हिमाचल प्रदेश में ट्रैफिक जाम: पर्यटकों की भारी भीड़ ने बढ़ाया अफरा-तफरी का माहौल
हिमाचल प्रदेश, जिसे अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता और शांति के लिए जाना जाता है, अब पर्यटकों की भारी भीड़ के बीच ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहा है। विशेषकर अटल टनल और रोहतांग ला के निकट सड़कों पर जमावड़ा बना हुआ है, जिससे पर्यटक और वाहन दोनों ही फंसे हुए हैं।
ANI द्वारा साझा किया गया एक वीडियो दर्शाता है कि 9.2 किमी लंबे अटल टनल में यात्री अपनी गाड़ियों में फंसे हुए हैं। यह टनल कुल्लू और लाहौल और स्पीति जिलों को जोड़ने के लिए हिमालय के पूर्वी पीर पंजाल पर बना है, लेकिन अब यहाँ भीड़ ने रास्ते को बंद कर दिया है।
#WATCH | Himachal Pradesh: Thousands of tourists stuck in a heavy traffic jam at Atal Tunnel, Rohtang La. pic.twitter.com/QMGWVnM9oZ
— ANI (@ANI) December 25, 2023
मनाली से केलांग तक जाने वाली नेशनल हाईवे जो रोहतांग पास और अटल टनल तक पहुंचने का मुख्य रास्ता है, वहाँ तकनीकी खामियों और भारी भीड़ के कारण वाहनों का जमावड़ा बन गया है। इससे मानाली से वशिष्ठ चौक, पोटैटो ग्राउंड से रांगाड़ी, और सोलंग नाला से अटल टनल तक किलोमीटरों तक जाम है, जिससे वाहन एक साथ गाड़ियों की पंक्तियों में फंसे हुए हैं।
इसी तरह की समस्याएं शिमला के रास्ते पर भी देखी जा रही हैं, जहाँ शहर को शोघी से जोड़ने वाली हाईवे में भी जमावड़ा है।
पुलिस डेटा के अनुसार, अटल टनल से रविवार को लगभग 65,000 लोगों और 12,000 वाहनों ने गुजरा, जो कि इस क्षेत्र में पर्यटकों की भारी भीड़ की ओर संकेत कर रहा है। यह 9.2 किमी लंबा अटल टनल दुनिया का सबसे ऊंचा एकल ट्यूब टनल है जो 10,000 फीट से ऊपर स्थित है।
क्रिसमस ईव के आगे होने वाली भारी भीड़ के कारण पिछले दो दिनों से भारी ट्रैफिक जाम की सूचना आई है। पर्यटक हिमाचल प्रदेश की स्थलों पर कसोल और मनाली जैसे स्थानों में जाते हैं।
लेकिन यह रोजाना भारी ट्रैफिक जाम का कारण बन रहा है, और आज अटल टनल में बड़ी पंक्तियाँ देखी गईं, जो रोहतांग पास के दोनों ओर जुड़ाव का कार्य करता है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने बताया है कि नए साल की ईव के आगे राज्य में लगभग एक लाख पर्यटक आश्वस्त हैं।
इसके साथ ही, शिमला में पिछले कुछ दिनों में 55,000 वाहनों का प्रवेश हुआ है। अटल टनल में भी भारी ट्रैफिक देखा गया है, जिसमें पिछले तीन दिनों में लगभग 55,000 वाहन गुजरे हैं।
यह स्थिति हिमाचल प्रदेश के पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए समस्याओं का सिलसिला बन रहा है, जिससे न केवल सड़कों पर ही अफरा-तफरी हो रही है, बल्कि स्थानीय व्यवसायों, होटलों, और अन्य सेवाओं पर भी दबाव पड़ रहा है।