डील का खुलासा और नुकसान
साल 2023 के अंत में भारतीय आईटी बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) के लिए एक तगड़ा झटका था। सितंबर में, कंपनी ने एक ग्लोबल फर्म के साथ हुई बड़ी डील को रद्द कर दिया था, जिसकी मूल्यांकन 1.5 अरब डॉलर या लगभग 12500 करोड़ रुपये था। यह मोहरे बदलने का फैसला बीते सितंबर में हुआ था।
सौदे का असर
इस डील के तहत, इंफोसिस को दुनियाभर में डिजिटल अनुभव और AI समाधान प्रदान करना था। यह 15 साल की डील थी और यह तीन महीनों में ही रद्द हो गई। इसे तब खत्म किया गया जब कंपनी के पूर्व सीएफओ नीलांजन रॉय ने अचानक इस्तीफा दे दिया था।
नुकसान और आगे की स्थिति
इस डील के निरस्त हो जाने से इंफोसिस की मार्केट कैपिटलेशन में नुकसान हुआ। हालांकि, कंपनी के पिछले तिमाही के नतीजे ने दिखाया कि इसने 6,212 करोड़ रुपये की कमाई की थी और यह सालाना 3% की ग्रोथ दर्शाता है।
इस डील के रद्द होने से इंफोसिस को नुकसान हुआ, लेकिन कंपनी के प्रदर्शन में वृद्धि की उम्मीद है। नीलांजन रॉय के इस्तीफे का प्रभाव 31 मार्च 2024 से होगा।
शेयर मार्केट में प्रभाव
शुक्रवार को इंफोसिस के शेयर 1,560.60 रुपये पर 1.60% की उछाल के साथ क्लोज हुए थे। इस घटना से उसके शेयर मार्केट पर प्रभाव पड़ा था।